राजभाषा पुरस्कार

 

एचएलएल लाइफ़केयर लिमिटेड, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन की मिनिरत्ना कंपनी, राजभाषा हिंदी के कार्यान्वयन में अतीव प्रमुखता देते हुए कंपनी में वैविधपूर्ण हिंदी कार्यक्रम लगातार आयोजित कर रही है। जिसके परिणामस्वरूप कंपनी राजभाषा कीर्ति पुरस्कार (नौ बार) सहस्राब्धि राजभाषा शील्ड, हिंदी प्रचार सभा पुरस्कार, नराकास पुरस्कार आदि पुरस्कार हासिल करने में सक्षम बन गयी है। विद्यमान वर्ष में भी कंपनी निम्न पुरस्कारों के लिए हकदार बन गयी है।

तिरुवनंतपुरम नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (उपक्रम) के सदस्य कार्यालयों के बीच में एचएलएल निगमित मुख्यालय की राजभाषा पत्रिका “समन्वया” को नराकास की उत्तम गृह पत्रिका के रूप में चुन लिया गया और राजभाषा वैजयंती एवं श्रेष्ठता प्रमाणपत्र (प्रथम स्थान) प्रदान किया गया। इसके अलावा एचएलएल पेरूरकडा फैक्टरी की हिंदी फोटो न्यूज़ लेट्टर “मातृज्योति” को नराकास श्रेष्ठता प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ।

यह भी नहीं, उत्कृष्ट राजभाषा कार्य निष्पादन के सिलसिले में बडे कार्यालयों की श्रेणी में एचएलएल पेरूरकडा फैक्टरी और एचएलएल आक्कुलम फैक्टरी और छोटे कार्यालयों की श्रेणी में एचएलएल कॉर्पोरेट अनुसंधान एवं विकास केंद्र को नराकास श्रेष्ठता प्रमाणपत्र प्राप्त हुए।

आगे, तिरुवनंतपुरम नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (उपक्रम) द्वारा आयोजित हिंदी प्रतियोगिताओं में सर्वाधिक अंक प्राप्त दो कार्यालयों के लिए संस्थापित नराकास पुरस्कार एचएलएल कॉर्पोरेट अनुसंधान एवं विकास केंद्र (दूसरा स्थान) को प्राप्त हुआ।

तिरुवनंतपुरम नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (उपक्रम) के सदस्य कार्यालयों के बीच में प्रबोध/प्रवीण/प्राज्ञ परीक्षाओं में सर्वोच्चांक प्राप्त कर्मचारियों के लिए नराकास (उपक्रम) द्वारा लगायो गये पुरस्कार की ओर एचएलएल आक्कुलम फैक्टरी के श्री वी.सदाशिवम को (प्रबोध परीक्षा) चुन लिया गया। इसके अतिरिक्त मूल रूप से हिंदी में सराहनीय कार्य किये कर्मचारी के लिए नराकास (उपक्रम) द्वारा संस्थापित पुरस्कार एचएलएल पेरूरकडा फैक्टरी के श्रीमती एस.वी. बानु, उप महा प्रबंधक को प्राप्त हुआ ।